रेड वाइन में मौजूद रेसवेरेट्रॉल के कारण इंसुलिन संबंधित समस्याओं को कम किया जा सकता है। रेसवेरेट्रॉल इंसुलिन के अवशोषण को कम करने में मदद करता है जिससे मधुमेह के रोगी अपनी बीमारी को नियंत्रित कर सकते हैं। विदेश की खबरें जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं https://brooks9rf8g.bloggactif.com/338511/र-ड-व-इन-क-स-व-स-थ-य-ल-भ-an-overview